आइये
चले
प्रकृ
�त क� ओर।
संके
त �बं
द ु
•
प्रकृ
�त मानव क� सहचर� है
।
•
महानगरो म�
रहने
वालो के
�लए प्रकृ
�त का सा�नध्य स्वगर्
के
समान्य है
।
•
प्रकृ
�त के
आभू
षण
–
नद� ,झरने
,उषा ,सं
ध्या ,चाँ
द ,�सतारे
,कलरव करते
हु
ए प�ी, प ु
रवै
या आ�द।
•
प्राकृ
�तक सु
ख� से
वं
�चत होने
के
कारण- प्रकृ
�त से
छे
ड़
छाड़।
•
प्रकृ
�त म�
बाधा पहु
ँ
चाने
का प�रणाम।
•